Considerations To Know About upay totka
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माघ मास: माघ मास में जन्म लेने वाली स्त्री धनी, सौभाग्यवान, बुद्धिमान संतान से युक्त तथा कटु पर सत्य वचन बोलने वाली होती है।
चींटी, पक्षी, गाय, कुत्ता, कौवा, आदि प्राणियों के लिए अन्न-जल की व्यवस्था करनी चाहिए.
व्यक्तिगत बाधा के लिए एक मुट्ठी पिसा हुआ नमक लेकर शाम को अपने सिर के ऊपर से तीन बार उतार लें और उसे दरवाजे के बाहर फेंकें। ऐसा तीन दिन लगातार करें। यदि आराम न मिले तो नमक को सिर के ऊपर वार कर शौचालय में डालकर फ्लश चला दें। निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।
किसी रोग से ग्रसित होने पर - रोग से छु ट कारा पाने के लिए उपाय
अर्थात पानी टप–टप टपकता न हो ! और आग पर रखा दूध या चाय उबलनी नहीं चाहिये ! वरना आमदनी से ज्यादा खर्च होने की सम्भावना रह्ती है !
बहते पानी में रेवड़ियां और बताशे बहा दें.
पारिवारिक सदस्यों में किसी ना किसी वजह से लड़ाई झगड़ा होता रहता है तो फिटकरी का यह आसान उपाय आपके काम आ सकता है। इसलिए आप फिटकरी को बिस्तर के नीचे काले कपड़े में बांधकर रख लें। ऐसा करने से परिवार में खुशनुमा माहौल रहेगा और सभी सदस्य एक दूसरे का सम्मान करेंगे।
इसके अलावा दशहरे के दिन जो आपने जयंती बोई थी। उसमें से कुछ जयंती लें और उन्हें अपने सिर पर रखें और फिर उसे अपने सिर पर रखना चाहिए। इसके अलावा कुछ जयंती लेकर उन्हें लाल रंग के कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी में जरूर रखना चाहिए ऐसा करने से आपकी धन संपत्ति में वृद्धि होती है। साथ ही विद्यार्थी भी थोड़ी जयंती लेकर अपनी किताब में रख सकते हैं।
शनि अमावस्या या शनि जयंति पर उड़द की दाल को पिसवाकर उसके दो बड़े बनाएं। शाम को सूर्यास्त के समय इन पर दही और सिंदूर लगाएं। अब इन्हें किसी पीपल के पेड़ के नीचे रखकर पीपल को प्रणाम करें। पीछे मुड़कर देखे बिना घर वापस लौट आएं। रास्ते में किसी से बात भी न करें।
सरकारी या निजी रोजगार क्षेत्र में परिश्रम के उपरांत भी सफलता नहीं मिल रही हो, तो नियमपूर्वक किये गये विष्णु यज्ञ की विभूति ले कर, अपने पितरों की `कुशा´ की मूर्ति बना कर, गंगाजल से स्नान करायें तथा यज्ञ विभूति लगा कर, कुछ भोग लगा दें और उनसे कार्य की सफलता हेतु कृपा करने की प्रार्थना करें। किसी धार्मिक ग्रंथ का एक अध्याय पढ़ कर, उस कुशा की मूर्ति को पवित्र नदी या सरोवर में प्रवाहित कर दें। सफलता अवश्य मिलेगी। सफलता के पश्चात् किसी शुभ कार्य में दानादि दें।
हनुमान चालीसा : प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। मंगलवार या शनिवार को हनुमानजी के मंदिर में जाकर उनकी पूजा करें और उनको कम से कम पांच बार चौला चढ़ाएं।
यह कार्य करने के बाद इस नारियल को पीपल के पेड के नीचे गड्डा करके दबा देना.
चैत्र मास: चैत्र मास में जन्म लेने वाली स्त्री वक्ता, होशियार, क्रोधी स्वभाव वाली, रतनारे नेत्र वाली, सुंदर रूप- गोरे रंग वाली, धनवान, पुत्रवती और सभी सुखों को पाने वाली होती है।
समय पर अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की इच्छा के कारण माता-पिता व भावी वर-वधू भी चाहते है कि अनुकुल समय पर ही विवाह हो जायें. कुण्डली में विवाह विलम्ब से होने के योग होने पर विवाह की बात बार-बार more info प्रयास करने पर भी कहीं बनती नहीं है.